Description
होमिओनेस्ट मैरीगोल्ड ऐल एस डी 25 किट
लुम्पी स्किन डिजीज ( लम्पी त्वचा रोग ) की होम्योपैथिक पशु औषधि
होमेओनेस्ट वी ड्रॉप्स 25 + मैरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे
होमिओनेस्ट मैरीगोल्ड ऐल एस डी 25 किट – लुम्पी स्किन डिजीज ( लम्पी त्वचा रोग ) तथा अन्य वायरल बिमारियों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु एक बेहतरीन व् कारगर होम्योपैथिक पशु औषधि है | जिसे पिलाने हेतु होमेओनेस्ट वी ड्रॉप न 25 तथा घाव पैर स्प्रे करने हेतु मैरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे है |
इस दवा को पिलाने से 10 से 15 दिन में पशु के घाव ठीक होने लगते हैं तथा मेरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे पशु के घाव में पस नहीं पड़ने देता है | यदि किसी कारण से पस पड़ जाये तो इस दवा से घाव जल्दी ठीक होने लगते हैं |
ये विशेष होम्योपैथीक पशु औषधि उत्पाद जानी मानी होम्योपैथिक वेटरनरी कंपनी गोयल वैट फार्मा प्रा० लि० द्वारा पशु पालकों के लिए बनाये गए है | यह कंपनी आई० एस० ओ० सर्टिफाइड हैं, तथा इसके उत्पाद डब्लु० एच० ओ० -जि० ऍम० पी० सर्टिफाइड फैक्ट्री मैं बनाये जाते हैं | सभी फॉर्मूले पशु चिकित्सकों द्वारा जांचे व परखे गए हैं तथा पिछले 40 वर्ष से अधिक समय से पशु पालकों द्वारा उपयोग किये जा रहे है |
Trusted by the Nation's top Vetenarians
“K9 Vitality’s Pre+Probiotic & Gut Health for dogs are an excellent tool to help balance your dog’s gut for both healthy digestion and skin.”
– Dr. Sanghvi (MVSC, Pet Consultant To K9 Vitality)
जल्दी व प्रभावी नतीजों के लिए कोशिश करे की होम्योपैथिक दवा पशु की जीभ से लग के ही जाये | होम्योपैथिक पशु औषधियों को अधिक मात्रा में न दे, बार बार व कम समयांतराल पर दवा देने से अधिक प्रभावी नतीजें प्राप्त होते हैं | पीने के पानी में अथवा दवा के चूरे को साफ हाथों से पशु की जीभ पर भी रगड़ा जा सकता है |
तरीका 1 : गुड़ अथवा तसले में पीने के पानी में दवा या टेबलेट या बोलस को मिला कर पशु को स्वयं पीने दें |
तरीका 2 : रोटी या ब्रेड पर दवा या टेबलेट या बोलस को पीस कर डाल दें तथा पशु को हाथ से खिला दें |
तरीका 3 : थोड़े से पीने के पानी में दवा को घोल लें तथा एक 5 मि0ली0 की सिरिंज (बिना सुईं की ) से दवा को भर कर पशु के मुँह में अथवा नथुनों पर स्प्रै कर दें | ध्यान दें की पशु दवा को जीभ से चाट ले |
नोट : कृपया दवा को बोतल अथवा नाल से न दें
होमेओनेस्ट वी ड्रॉप्स 20
लुम्पी स्किन डिजीज ( लम्पी त्वचा रोग ) तथा अन्य वायरल बिमारियों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु
मैरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे
घाव पर स्प्रे करने हेतु मैरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे
होमेओनेस्ट वी ड्रॉप्स 20 : होमेओनेस्ट वी ड्रॉप्स 25 पशु को दिन में तीन बार 20-25 बून्द रोज पिलानी है |
मैरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे : मैरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे है जिसे पशु के घाव पर स्प्रे करना है | स्प्रे करने के लिए बोतल को सीधा पकड़ें तथा 10-15 सेंटीमीटर की दुरी से घाव पर स्प्रे करें | आवश्यकतानुसार उपयोग करें |
होमेओनेस्ट वी ड्रॉप्स 20 :30 मिली
मैरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे : 60 मिली स्प्रे पैक |
लुम्पी स्किन डिजीज ( लम्पी त्वचा रोग या एल एस डी ) क्या होती है ?
लुम्पी स्किन डिजीज एक विषाणु जनित रोग है जो मच्छर, किलनी या पिस्सू के काटने से, अथवा एक ही बाल्टी से एक पशु से दूसरे पशु को पानी पिलाने से भी फैलता है | लम्पी त्वचा रोग या एल एस डी का वायरस भेड़-बकरी में होने वाले पॉक्स वायरस के जैसा ही होता है जिसमे पशु की त्वचा पर छोटी छोटी गांठे हो जाती है | यह बीमारी अफ्रीका, दक्षिण एशिया, यूरोप एवं मध्य एशिया के देशों में पायी जाती है |
किन किन पशुओं में लुम्पी स्किन डिजीज ( लम्पी त्वचा रोग या एल एस डी ) होती है ?
ज्यादातर यह बीमारी गाय, बैल, भैंस, भैंसा जैसे बड़े जानवर में तेजी से फ़ैल रही है |
लुम्पी स्किन डिजीज ( लम्पी त्वचा रोग या एल एस डी ) कैसे फैलती है ?
यह मच्छरों, मक्खियों और जूँ के साथ पशुओं की लार तथा दूषित जल एवं भोजन के माध्यम से फैलता है।
लंपी स्किन डिज़ीज़ के लक्षण
बुखार, लार, आंखों और नाक से स्रवण, वजन घटना, दूध उत्पादन में गिरावट, पूरे शरीर पर कुछ या कई कठोर और दर्दनाक नोड्यूल दिखाई देते हैं। त्वचा के घाव कई दिनों या महीनों तक बने रह सकते हैं। क्षेत्रीय लिम्फ नोड्स सूज जाते हैं और कभी-कभी एडिमा उदर और ब्रिस्केट क्षेत्रों के आसपास विकसित हो सकती है। कुछ मामलों में यह नर और मादा में लंगड़ापन, निमोनिया, गर्भपात और बाँझपन का कारण बन सकता है।
लुम्पी स्किन डिजीज ( लम्पी त्वचा रोग या एल एस डी ) की रोकथाम कैसे होती है ?
चूंकि यह वायरल संक्रमण है, इसलिए इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन द्वितीयक जीवाणु संक्रमण से बचने के लिए एंटीबायोटिक्स, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीहिस्टामिनिक दवाएं दी जाती हैं।
होमिओनेस्ट मैरीगोल्ड ऐल एस डी 25 किट – लुम्पी स्किन डिजीज ( लम्पी त्वचा रोग ) तथा अन्य वायरल बीमारियों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु एक बेहतरीन व् कारगर होम्योपैथिक पशु औषधि है | जिसमे पिलाने हेतु होमेओनेस्ट वी ड्रॉप न 25 तथा घाव पैर स्प्रे करने हेतु मैरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे है |
इस दवा को पिलाने से 10 से 15 दिन में पशु के घाव ठीक होने लगते हैं तथा मेरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे पशु के घाव में पस नहीं पड़ने देता है | यदि किसी कारण से पस पड़ जाये तो इस दवा से घाव जल्दी ठीक होने लगते हैं|
HOMEONEST V DROP No. 25
Homeopathic Veterinary Medicine
For oral administration.
HOMEOPATHIC DRUG PICTURE OF THE MEDICINAL FORMULATION
Quality, efficacy, and safety are the utmost priorities of this formulation. Cost-effective health care with no contraindications or side effects are the added benefits of using a homeopathic remedy. Facts about the homeopathic medicines used in this formulation:
MERCURIUS SOLUBILIS 200C
Moist, Insensible, Itchy skin, fleabite lesions, increased perspiration, yellowish, tender skin, excoriations like raw meat, scurfy, vesicular, or pustular eruptions. Moist vesicles surrounded by dry scales, easily bleeding, red spots covered with small vesicles, eruptions around the main lesion, phagedenic blisters, moist eczema, crusta lactea, with yellowish-brown crusts, and considerable suppuration. Herpes and related symptoms, burning sensation, measles, tardy development, nettle rash, buboes, boils, abscesses during the oestrus cycle, ulcers, bleeding with cutting pains, and proud flesh are recovered with the help of this remedy. Ulcers irregular in shape with undefined edges can be cured with this medicine.
NATRUM MURIATICUM 30C
Dry, chapped, greasy, oily skin, especially on hairy parts, herpetic eruptions, fever, blisters, cold sores, vesicles, pemphigus, blisters, and burning spots with clear, watery contents are improved, Small boils, blood boils, ringworm like eruptions, itching, hives, nettle-rash all over the body, large red blotches with intense itching, eczema, dry, raw, red, and inflamed skin, Herpes zoster, etc., can be cured. Crusty, dry eruptions in the bends of limbs, the margin of the scalp, behind the ears, urticaria, corns, comedones, dermatophytosis, insect bites, the sting of bees, mosquitoes, painful scars, redness of old scars, sunburns, etc., are improved with this drug. Folliculitis, alopecia, and warts on the palms of the hands can be cured with this drug.
RHUS TOXICODENDRON 30C
Skin sensitive to cold air, dry, hot, burning sensation, red, swollen, intense itching, cellulitis, dermatitis, eczema, eczematous eruptions with a tendency to form scales, poison ivy, shingles, herpes zoster, burning and neuralgic pains due to herpes zoster infection is improved. Herpetic eruptions that alternate with dysentery and pain in the chest, boils, abscesses, vesicles, herpes, pemphigus, erysipelas, vesicular suppurative conditions, hives, urticaria from getting wet with rheumatism, urticaria during chills and fever, bluish, gangrenous carbuncles, smallpox, swollen glands and all other related symptoms are improved with this medicine.
ARSENICUM ALBUM 30C
Eczema, increased sensitiveness of the skin, skin lesions alternating with asthma or internal disorders, itching, burning, swelling, edema, intense itching after suppressed eruptions, peeling off skin in large scales, brownish-white spots on the skin, dry, rough, scaly, dirty, shriveled skin similar to parchment, desquamation, dry, rough, scaly eruptions, blue, black or white spots, pimples, vesicles, burning intensively, hives, urticaria, petechiae, malignant pustule, anthrax, deep wounds, gangrene, phagedenic, carbuncles, psoriasis, skin cancer, ulcers with burning, cutting pain, and bloody offensive discharge can be cured with this drug. Ulcers with blackish discharge, coagulated blood in them, painful sensitiveness of old ulcers, cold to touch ulcers can be cured with this drug.
MERC CORROSIVUS 30C
Cold, burning, stinging sensation in the skin, burning redness of skin with the formation of small vesicles, perforating ulcers that spread, serpiginous, scorbutic spots over the whole body, along with itchy eruptions, herpes, boils, severe eczema from sweaty parts of the body, condylomata, grayish nails, and other related symptoms are improved with this drug.
SULPHURIC ACID 30C
The eruption of edematous vesicles, brownish discoloration of the skin, eczematic eruptions, increased sensitivity, leucoderma, urticaria, etc., can be cured with this drug.
HEPAR SULPH 200C
Unhealthy skin, suppuration of even small injuries, boils, abscesses, suppurative glands, chronic and recurring urticaria, ulcers that are sensitive to touch, burning, stinging, easily bleeding, cancerous ulcers, atonic ulcers that follow after removal of tumors, putrid ulcers, surrounded by small pimply eruptions, ulcers with bloody suppuration that smell like old cheese, papules, pimples prone to suppuration, chapped skin with deep cracks on hands and feet are improved with this drug.
Note: All the above mentioned symptomatic description of the homeopathic drugs is taken from approved literature of homeopathy with an underlying base from Homeopathic Pharmacopeia of India.
Dosage: 20 drops three times a day or as directed by the doctor.
Packing: 30 ml.
Contraindication: No known contraindications.
MARIGOLD +PLUS LIQUID ANTISEPTIC SPRAY
Homeopathic Veterinary Medicine
For external use only to the skin lesions.
HOMEOPATHIC DRUG PICTURE OF THE MEDICINAL FORMULATION
Quality, efficacy, and safety are the utmost priorities of this formulation. Cost-effective health care with no contraindications or side effects are the added benefits of using a homeopathic remedy. Facts about the homeopathic medicines used in this formulation:
CALENDULA OFFICINALIS Q
Topical treatment of fissures, varicose ulcers, bedsores, gangrene, stinging and cutting pain, skin that is warm to touch, goosebumps, slough, proud flesh with raised edges, burns and scalds, erysipelas, scar with suppuration, ulcers that are irritable and inflamed, sloughing of tissues from wounds and ulcers, varicose ulcers, excessive secretion of pus from ulcers or wounds and any other related symptoms can be treated with this medicine.
ECHINACEA ANGUSTIFOLIA Q
The blackish discoloration of external parts, small papules on the skin with redness, nettle-rash, small red pimples on the neck and face, recurring boils, carbuncles, irritation from insect bites and poisonous plants, dissecting wounds, enlarged lymphatic vessels, gangrene, tibial ulcers, dry skin, intense itching and burning of skin on the neck are the symptoms that can be improved this drug.
KREOSOTUM Q
Intense itching, moist or scruffy eczema on eyelids, face joints, back of hands, nodosities and blisters like bug bites, pustules, and herpes-like eruptions, wheals like urticaria, urticaria after estrus, herpes-like eruptions, putrid and painful ulcers, ulcers that bleed after sex, gangrene, dry, scaly eruptions resembling psoriasis.
Note: All the above mentioned symptomatic description of the homeopathic drugs is taken from approved literature of homeopathy with an underlying base from Homeopathic Pharmacopeia of India.
Dosage: Hold the spray kit about 2-3 inches away from the affected area and spray the medicine gently. It can be repeated 2-3 times a day until healing of the lesions is observed.
Packing: 60 ml.
Contraindication: No known contraindications.
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